करवा चौथ 2025: चाँद कब निकलेगा, जानिए अपने शहर में चंद्र दर्शन का सही समय

करवा चौथ 2025: चाँद कब निकलेगा, जानिए अपने शहर में चंद्र दर्शन का सही समय

जानिए आपके शहर में चाँद कब निकलेगा, पूजा का सही समय और व्रत विधि। दिल्ली, नोएडा, गुरुग्राम, फरीदाबाद और अन्य शहरों में चंद्र दर्शन का समय देखें और व्रत की तैयारी करें।

नई दिल्ली: आज उत्तर भारत में करवा चौथ का पर्व मनाया जा रहा है। विवाहित महिलाएं अपने पति की लंबी उम्र और सुख-समृद्धि के लिए निर्जला व्रत रख रही हैं। व्रत का समापन चाँद के दर्शन और अर्घ्य देने के बाद होता है। ऐसे में हर व्रती महिला जानना चाहती है कि आज उसके शहर में चाँद कब निकलेगा।

पंचांग और खगोल विशेषज्ञों के अनुसार, दिल्ली में चाँद का उदय आज रात 8:13 बजे होगा। वहीं, नोएडा और गुरुग्राम में यह समय क्रमशः 8:13 और 8:14 बजे है। फरीदाबाद, गाजियाबाद, मेरठ और सोनीपत में चाँद का उदय लगभग 8:13 बजे होगा। पंजाब और हरियाणा के अन्य शहरों में समय में हल्का अंतर है।

आज शाम करवा चौथ पूजा का मुहूर्त 5:57 बजे से 7:11 बजे तक रहेगा। व्रत सुबह 6:18 बजे से शुरू होकर चाँद निकलने के समय तक रखा जाएगा। व्रति महिलाएं प्रात:काल सर्गी ग्रहण कर पूजा की तैयारी करती हैं और शाम को करवा माता, भगवान शिव, माता पार्वती और गणेश जी की पूजा करती हैं। चाँद के दर्शन के बाद छलनी में उसे देखकर अर्घ्य दिया जाता है और पति पत्नी को पानी और भोजन प्रदान कर व्रत का समापन करते हैं।

विशेषज्ञों का कहना है कि चाँद का समय हर शहर में अलग-अलग हो सकता है, इसलिए व्रतियों को अपने स्थानीय पंचांग या भरोसेमंद स्रोत से समय सुनिश्चित कर लेना चाहिए।

जानिए आपके शहर में कब निकलेगा चाँद?

शहरचाँद निकलने का समय
दिल्लीरात 8:13 बजे
नोएडारात 8:13 बजे
गुरुग्रामरात 8:14 बजे
फरीदाबादरात 8:13 बजे
गाजियाबादरात 8:13 बजे
मेरठरात 8:11 बजे
सोनीपतरात 8:13 बजे
चंडीगढ़रात 8:09 बजे
अमृतसररात 8:14 बजे
जम्मूरात 8:10 बजे
लुधियानारात 8:11 बजे
देहरादूनरात 8:12 बजे
शिमलारात 8:06 बजे

पूजा और व्रत विधि

करवा चौथ के दिन व्रति महिलाएं प्रातःकाल सर्गी ग्रहण करके अपने व्रत की तैयारी करती हैं। सर्गी में फल, मेवे, दूध और हल्का भोजन शामिल होता है, ताकि पूरे दिन निर्जला व्रत रखा जा सके। शाम को पूजा का आयोजन किया जाता है, जिसमें करवा माता, भगवान शिव, माता पार्वती और गणेश जी की विधिपूर्वक आराधना की जाती है। पूजा के दौरान व्रति महिलाएं चाँद के दर्शन और अर्घ्य देने की प्रतीक्षा करती हैं। चाँद के उदय होते ही महिलाएं छलनी का उपयोग करके चाँद को देखती हैं और अर्घ्य देती हैं। इसके बाद पति अपनी पत्नी को पानी और भोजन प्रदान कर व्रत का समापन करते हैं। इस प्रकार करवा चौथ का व्रत और पूजा विधि पूरे श्रद्धा और पारंपरिक रीति-रिवाजों के साथ संपन्न होती है।

FAQ – अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न

Q1: करवा चौथ 2025 का व्रत कब शुरू और खत्म होगा?
A1: व्रत सुबह 6:18 बजे शुरू होकर चाँद निकलने के समय रात 8:13 बजे तक रहेगा।

Q2: चाँद का उदय समय हर शहर में एक जैसा होगा?
A2: नहीं, शहरों के अनुसार चाँद का समय अलग-अलग होता है। उपरोक्त तालिका में प्रमुख शहरों के समय दिए गए हैं।

Q3: व्रत के दौरान क्या खाया जा सकता है?
A3: प्रात:काल सर्गी में फल, मेवे, दूध, हल्का भोजन लिया जा सकता है। व्रत के दौरान निर्जला रखा जाता है।

Q4: व्रत कैसे खोला जाता है?
A4: चाँद का दर्शन और अर्घ्य देने के बाद पति पत्नी को पानी और भोजन देकर व्रत का समापन करते हैं।

करवा चौथ का पर्व पति-पत्नी के रिश्तों में प्रेम और स्नेह को मजबूत बनाने का प्रतीक है। इस अवसर पर सभी को सुख-समृद्धि और स्वस्थ जीवन की शुभकामनाएँ।

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