कब है Navratri 2025 और Durga Puja? जानिए पूरी डेट्स और महत्व

Navratri में शक्ति की आराधना और सांस्कृतिक उत्सव का भव्य संगम

Khushi Sikarwar | Published: September 3, 2025 17:02 IST, Updated: September 3, 2025 17:02 IST
कब है Navratri 2025 और Durga Puja? जानिए पूरी डेट्स और महत्व

Navratri और Durga Puja भारत के प्रमुख धार्मिक और सांस्कृतिक उत्सव हैं। यह पर्व शक्ति की आराधना और बुराई पर अच्छाई की जीत का प्रतीक है। मान्यता है कि माँ दुर्गा ने इसी समय महिषासुर नामक राक्षस का वध किया था। इसी कारण Navratri और Durga Puja शक्ति, साहस और धर्म की विजय का प्रतीक माने जाते हैं।

कब मनाया जाएगा Navratri और Durga Puja?

इस वर्ष शारदीय Navratri की शुरुआत 3 अक्टूबर से होगी और 12 अक्टूबर को विजयादशमी (दशहरा) के साथ इसका समापन होगा। वहीं, Durga Puja का पर्व 7 अक्टूबर से 12 अक्टूबर तक धूमधाम से मनाया जाएगा। इन दिनों मंदिरों, घरों और पंडालों में माता की प्रतिमाओं की स्थापना, पूजा-अर्चना और विशेष कार्यक्रमों का आयोजन किया जाएगा।

परंपरा और आधुनिकता का संगम

Navratri और Durga Puja पहले केवल धार्मिक अनुष्ठानों और भक्ति के लिए जाने जाते थे, लेकिन अब ये उत्सव आधुनिकता के स्पर्श के साथ मनाए जाने लगे हैं। युवा वर्ग खासकर फैशन और सोशल मीडिया के जरिए अपने उत्सव को और खास बनाते हैं। पारंपरिक गरबा और डांडिया के साथ-साथ थीम-बेस्ड इवेंट्स, फ्यूजन म्यूजिक और वेस्टर्न टच के साथ ड्रेसिंग स्टाइल ने उत्सव का रंग और बढ़ा दिया है।

फैशन और फूड का तड़का

Navratri के दौरान गरबा और डांडिया के लिए खास ट्रेडिशनल कपड़े जैसे चनिया-चोली और कुर्ता-पायजामा का क्रेज बढ़ जाता है। वहीं Durga Puja में बंगाली पारंपरिक साड़ियों और धोती का आकर्षण देखने लायक होता है। खाने-पीने की बात करें तो उपवास (फास्टिंग) के दौरान साबूदाना, कुट्टू के आटे और फलाहार से बने व्यंजनों का आनंद लिया जाता है। Durga Puja पंडालों में खास बंगाली व्यंजन जैसे खिचड़ी, लूची, आलू-दम और मिठाइयों का स्वाद लोगों को बेहद लुभाता है।

गरबा और पंडालों का जादू

Navratri के नौ दिनों में गरबा और डांडिया नाइट्स का क्रेज पूरे देश में चरम पर होता है। गुजरात और मुंबई जैसे राज्यों में लाखों की भीड़ रातभर गरबा में शामिल होती है। वहीं, पश्चिम बंगाल में Durga Puja पंडालों की थीम, सजावट और सांस्कृतिक कार्यक्रम आकर्षण का केंद्र बने रहते हैं।