मध्यप्रदेश में अंतरजातीय विवाह के बाद दलित युवक की हत्या
मध्यप्रदेश के ग्वालियर जिले में एक दलित युवक की मौत ने एक बार फिर जातिगत भेदभाव की कड़वी सच्चाई को सामने ला दिया है। 25 वर्षीय ओम प्रकाश बाथम, हरसी...

मध्यप्रदेश के ग्वालियर जिले में एक दलित युवक की मौत ने एक बार फिर जातिगत भेदभाव की कड़वी सच्चाई को सामने ला दिया है।
25 वर्षीय ओम प्रकाश बाथम, हरसी गाँव का निवासी था। उसने इसी साल जनवरी 2025 में शिवानी झा से शादी की थी। दोनों ने समाज की परंपराओं और जातिगत दीवारों को नज़रअंदाज़ कर प्रेम विवाह किया। लेकिन शिवानी का परिवार और गाँव के लोग इस रिश्ते के खिलाफ थे।
शादी के कुछ समय बाद गाँव की पंचायत ने ओम प्रकाश पर ₹51,000 का जुर्माना लगाया और उसके परिवार का बहिष्कार कर दिया। इसके बावजूद दंपति ने साथ रहने का फैसला किया और 19 अगस्त को गाँव लौट आए।
पुलिस रिपोर्ट के अनुसार, गाँव लौटने के तुरंत बाद शिवानी के रिश्तेदारों ने ओम प्रकाश पर हमला कर दिया। हमला कथित तौर पर शिवानी के पिता द्वारका झा और अन्य लोगों ने मिलकर किया। लाठियों और डंडों से बुरी तरह पीटे जाने के बाद ओम प्रकाश को गंभीर हालत में अस्पताल ले जाया गया।
करीब एक हफ़्ते तक जिंदगी और मौत के बीच जूझने के बाद आखिरकार उसकी मौत हो गई। इस घटना ने उसकी पत्नी को विधवा और परिवार को गहरे सदमे में छोड़ दिया।
पुलिस ने अब इस मामले में हत्या का केस दर्ज कर लिया है। दर्जनभर आरोपियों के नाम सामने आए हैं, जिनमें शिवानी का पिता भी शामिल है। फिलहाल वह फरार है और पुलिस उसकी तलाश कर रही है।
इस घटना से मानवाधिकार संगठनों और समाज के प्रगतिशील वर्गों में गुस्सा है। उनका कहना है कि यह मामला दिखाता है कि आज भी जातिगत सोच के खिलाफ जाकर शादी करने वाले जोड़े किस तरह खतरे में रहते हैं। ओम प्रकाश और शिवानी की प्रेम कहानी, जो उम्मीद और साहस से शुरू हुई थी, अंततः एक त्रासदी में बदल गई।
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