राज्य की खेल क्रांति: खेलो इंडिया यूथ गेम्स 2025 में बिहार ने रचा इतिहास

36 पदकों के साथ 14वें स्थान पर पहुंचा राज्य, 10,000 खिलाड़ियों की मेजबानी में नया मानक स्थापित
15 मई 2025, पटना
बिहार सरकार की खेलों को बढ़ावा देने की निरंतर कोशिशों ने खेलो इंडिया यूथ गेम्स 2025 में शानदार परिणाम दिए हैं। राज्य ने 36 पदक (7 स्वर्ण सहित) जीतकर अपनी राष्ट्रीय रैंकिंग को 28वें स्थान से 14वें स्थान तक पहुंचाया। इसके साथ ही, बिहार ने 10,000 खिलाड़ियों और सहयोगी कर्मियों की मेजबानी कर आयोजन प्रबंधन में नया मानक स्थापित किया।
राज्य सरकार ने पटना, राजगीर, गया, भागलपुर और बेगूसराय में खेलों के लिए अत्याधुनिक सुविधाएं प्रदान कीं। खिलाड़ियों के लिए स्वच्छ और पौष्टिक भोजन, समय पर परिवहन और आरामदायक आवास की व्यवस्था की गई। इस विशाल आयोजन के दौरान खाद्य विषाक्तता का एक भी मामला सामने नहीं आया, जो आयोजन की उत्कृष्टता को दर्शाता है।

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में बिहार सरकार ने खेल अवसंरचना के विकास पर विशेष ध्यान दिया है। राज्य में अंतरराष्ट्रीय स्तर के स्टेडियम, प्रशिक्षण केंद्र और खेल परिसर विकसित किए गए हैं। इसके अलावा, ‘मेडल लाओ, नौकरी पाओ’ योजना के तहत राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पदक जीतने वाले खिलाड़ियों को सरकारी नौकरियों में नियुक्त किया गया है।
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राज्य सरकार ने ‘मशाल’ योजना के माध्यम से स्कूली स्तर पर प्रतिभाओं की पहचान और प्रशिक्षण की व्यवस्था की है। इसका उद्देश्य युवाओं को राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रतिस्पर्धा के लिए तैयार करना है।

बिहार ने हाल ही में सेपक टाकरा विश्व कप 2025 और महिला एशियन हॉकी चैंपियंस ट्रॉफी जैसे बड़े खेल आयोजनों की सफल मेजबानी की है। आगामी महीनों में राज्य महिला कबड्डी विश्व कप, एशियन रग्बी चैंपियनशिप और पुरुष हॉकी हीरो चैंपियनशिप जैसे आयोजनों की मेजबानी के लिए तैयार है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बिहार सरकार के प्रयासों की सराहना करते हुए कहा कि राज्य ने खेल अवसंरचना के विकास और खेल संस्कृति को बढ़ावा देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।
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