जंतर-मंतर से शुरू हुआ देशव्यापी धर्म स्वातंत्र्य आंदोलन

ईसाइयों पर हो रहे अत्याचार और जेल में डालने के विरोध में हिंदू, मुस्लिम, सिख, जैन और बौद्ध धर्मावलंबियों ने शांतिपूर्ण प्रदर्शन किया।

नई दिल्ली , 11 अक्टूबर 2025

भाजपा शासित राज्यों में धर्मांतरण कानूनों के दुरुपयोग और देशभर में ईसाइयों पर हो रहे अत्याचार तथा उन्हें जेल में डालने के विरोध में ‘क्रिश्चियन पीस मिशन’ के तत्वावधान में धर्म स्वातंत्र्य मार्च की शुरुआत दिल्ली में हो गई। यह मार्च संसद के पास जंतर-मंतर से शुरू हुआ।

क्रिश्चियन पीस मिशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजीव जोसेफ के नेतृत्व में आयोजित कार्यक्रम का उद्घाटन महिला कांग्रेस की राष्ट्रीय अध्यक्ष अलका लांबा ने किया। अलका लांबा ने क्रिश्चियन पीस मिशन द्वारा राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री को सौंपे गए ज्ञापन का विमोचन भी किया।

इस अवसर पर डॉ. उदित राज, कांग्रेस के राष्ट्रीय नेता जगदीश शर्मा, दिल्ली विधानसभा के पूर्व उपाध्यक्ष और आम आदमी पार्टी के नेता अमरीश सिंह गौतम, अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी अल्पसंख्यक विभाग की राष्ट्रीय समन्वयक मीनाक्षी सिंह, दिल्ली प्रदेश महिला कांग्रेस की वरिष्ठ उपाध्यक्ष सिंधिया कुमार और विल्सन जोसेफ ने भी संबोधित किया।

ईसाइयों के अलावा, इस प्रदर्शन में देश के अन्य धर्मों के अनुयायी — हिंदू, मुस्लिम, सिख, पारसी, जैन और बौद्ध — भी शामिल हुए। राष्ट्रीय आंदोलन ‘भारतीय अल्पसंख्यक एवं दलित मंच’ के समर्थन से यह मार्च देश में ईसाइयों पर हो रहे अत्याचारों पर सवाल उठा रहा है और हिंदू-मुस्लिम-सिख-पारसी-जैन-बौद्ध धर्मावलंबी ‘ईसाई शांति मिशन’ के संघर्ष में सक्रिय भागीदारी कर रहे हैं।

राजीव जोसेफ ने धरना स्थल पर तिरुवनंतपुरम से आए प्रतिनिधि साजिथ दास को राष्ट्रीय ध्वज सौंपा और 10 नवंबर को तिरुवनंतपुरम स्थित राजभवन में आयोजित धर्म स्वतंत्रता मार्च का आह्वान किया। 10 दिसंबर को छत्तीसगढ़ में आयोजित मार्च के लिए राष्ट्रीय ध्वज रायपुर से आए युवा कांग्रेस नेता एनी पीटर को सौंपा गया। जनवरी में राजस्थान के जयपुर में आयोजित मार्च के लिए राष्ट्रीय ध्वज अजमेर से आए कांग्रेस नेता थॉमस वर्गीस और उनकी टीम को प्रदान किया गया।

प्रदर्शन की शुरुआत प्रमुख सामाजिक कार्यकर्ता और प्रचारक जॉन एम. फिलिप की प्रार्थना से हुई, जबकि विल्सन मणिथोत्तम ने शांतिपूर्ण विरोध कार्यक्रम की समापन प्रार्थना का नेतृत्व किया। कमल जोएल, राहुल वर्मा, एडिसन सनी, राधाकृष्णन पिल्लई, बीनू जॉन और एंजेला व्हिटसन की गायन सेवा ने जंतर-मंतर को भक्ति और एकता का केंद्र बना दिया।

क्रिश्चियन पीस मिशन के नेता प्रेमजी प्रसाद, सिबी वर्गीस, बाबूकुट्टी, जेम्स इट्टी ईपन, थॉमस वर्गीस, वी.के. इपे, संतोष पॉल, एबिन अब्राहम, जोसेफ चेरियन, बेनेडिक्ट कुंजुमन, विनोद गोविंद, रेंसी मैथ्यू, अनिलल के.आर. और सी.जी. वर्गीस ने विरोध कार्यक्रमों का नेतृत्व किया।

10 नवंबर को तिरुवनंतपुरम स्थित राजभवन तक धर्म स्वतंत्रता मार्च में भाग लेने और सोशल मीडिया पर समर्थन देने के इच्छुक लोग अपना नाम, पता और पासपोर्ट आकार की फोटो व्हाट्सएप नंबर 9072795547 पर अंग्रेजी में भेज सकते हैं। सोशल मीडिया अभियान के लिए ‘बैटल बैज’ जल्द ही सभी को प्रदान किए जाएंगे।

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