मध्यप्रदेश विधानसभा चुनाव 2023: 27 सितंबर 2023
मध्यप्रदेश के बुंदेलखंड क्षेत्र की सागर विधानसभा सीट प्रदेश की सबसे चर्चित सीटों में से एक है, और इस सीट पर बीते 30 साल से भाजपा का पक्ष बना हुआ है। यहां तक कि वर्तमान विधायक शैलेंद्र जैन ने तीन बार लगातार विधानसभा चुनाव जीत कर अपना दबदबा मजबूत किया है। पहले भी इस सीट पर भाजपा की सुधा जैन ने तीन विधानसभा चुनाव जीते थे।
आगामी विधानसभा चुनाव में, कांग्रेस इस सीट पर दमदार प्रत्याशी को उतार सकती है। यह देखने लायक होगा कि कांग्रेस कई सालों से बार-बार जीत दर्ज करती आ रही भाजपा को टक्कर दे पाएगी या नहीं। साल 2018 के विधानसभा चुनाव में, भाजपा के शैलेंद्र जैन ने कांग्रेस के नेवी जैन को 17,366 वोटों से हराया था। इस चुनाव में शैलेंद्र जैन को 67,227 वोट और नेवी जैन को 49,861 वोट मिले थे। पिछले चुनाव में इस सीट पर 65.51 प्रतिशत वोटिंग हुई थी, और जीत का मार्जिन 3.24% था।”
“मतदाताओं के आंकड़े और जातिगत समीकरण
2018 के आंकड़ों के अनुसार, सागर विधानसभा सीट पर 2 लाख से अधिक मतदाता हैं। इसमें 96,000 से अधिक महिलाएं और 1 लाख से अधिक पुरुष हैं। जातिगत समीकरण के अनुसार, यहां ब्राह्मण और जैन समाज महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। इस सीट पर ब्राह्मणों के करीब 60,000 से अधिक और जैन समाज के भी लगभग इतने ही मतदाता हैं। दूसरे समाजों में मुस्लिम, ओबीसी और एससी-एसटी भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं, हालांकि मुख्य मुकाबला जैन और ब्राह्मण समाज के बीच होता है।
सागर विधानसभा सीट का इतिहास
सागर विधानसभा सीट के इतिहास के अनुसार, 1977 से 2018 तक यहां 10 बार चुनाव आयोजित हुए हैं। शुरुआत में यहां कांग्रेस का कब्जा रहा। 1977 और 1980 में कांग्रेस के शिवकुमार ज्वाला प्रसाद जीते थे। इसके बाद 1985 और 1990 में कांग्रेस के प्रकाश मोतीलाल जैन ने जीत हासिल की। आगे चलकर 1993 में यह सीट भाजपा के दबदबे में चली गई और 1993, 1998 और 2003 में भाजपा की सुधा जैन ने जीत दर्ज की। आखिरकार, 2008, 2013 और 2018 में शैलेंद्र जैन ने जीत हासिल की।”
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