पांच साल बाद फिर शुरू हुई कैलाश मानसरोवर यात्रा, नाथुला से पहला जत्था रवाना

By Mansi Sharma | 17/06/2025 | Categories: देश
पांच साल बाद फिर शुरू हुई कैलाश मानसरोवर यात्रा, नाथुला से पहला जत्था रवाना

नाथुला मार्ग से कैलाश मानसरोवर यात्रा का पहला दल पहुंचा आधार शिविर, श्रद्धालुओं के लिए विशेष तैयारी और सुरक्षा प्रबंध

17 जून 2025, नई दिल्ली

पांच वर्षों के लंबे अंतराल के बाद बहुप्रतीक्षित कैलाश मानसरोवर यात्रा एक बार फिर से नाथुला दर्रे के माध्यम से आरंभ हो गई है। सोमवार को 36 श्रद्धालुओं का पहला दल सिक्किम से इस पवित्र यात्रा के लिए रवाना हुआ। दल में 23 पुरुष और 13 महिलाएं शामिल हैं।

यात्रा की शुरुआत से पहले श्रद्धालु 18 माइल स्थित आधार शिविर पहुंचेंगे, जहां वे acclimatization (अनुकूलन) प्रक्रिया से गुजरेंगे। वहां से वे 20 जून को मानसरोवर की ओर प्रस्थान करेंगे।

सिक्किम पर्यटन विकास निगम (STDC) के मुख्य कार्यकारी अधिकारी राजेन्द्र छेत्री ने बताया कि यात्रा से पूर्व सभी यात्रियों को भारत-तिब्बत सीमा पुलिस (ITBP) द्वारा विस्तृत मार्गदर्शन और सुरक्षा प्रशिक्षण दिया गया। दल के साथ एक सम्पर्क अधिकारी, रसोइये, डॉक्टर और ITBP जवान भी रहेंगे ताकि हर स्थिति में तीर्थयात्रियों को आवश्यक सहायता मिल सके।

श्रद्धालु पहले 18 माइल के अनुकूलन केंद्र में दो दिन रुकेंगे, इसके बाद शेराथांग में भी दो दिनों का ठहराव होगा। इस दौरान यात्रियों को ऊंचाई के अनुसार शारीरिक रूप से तैयार किया जाएगा। कार्यक्रम में योग सत्र, स्थानीय भ्रमण और भजन संध्या जैसे आयोजन शामिल हैं, ताकि उनका मानसिक और आध्यात्मिक मनोबल भी बना रहे।

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20 जून को, सभी यात्रियों की मेडिकल जांच और दस्तावेजों का सत्यापन होने के बाद उन्हें चीन की सीमा में प्रवेश की अनुमति दी जाएगी।

इस ऐतिहासिक मौके पर सीईओ राजेन्द्र छेत्री ने कहा, “यह सिक्किम और पूरे भारत के लिए गौरव का क्षण है। यह यात्रा न सिर्फ धार्मिक आस्था की प्रतीक है, बल्कि हमारी राज्य की मेहमाननवाजी और पर्यटन व्यवस्था का भी प्रमाण है। हमें श्रद्धालुओं से मिल रही सराहना हमारे प्रयासों की सफलता का संकेत है।”

नाथुला मार्ग से कैलाश मानसरोवर यात्रा का पुनः आरंभ होना सिर्फ धार्मिक दृष्टि से नहीं, बल्कि भारत-चीन सीमा क्षेत्र में पर्यटन, आपसी विश्वास और सांस्कृतिक सहयोग के लिए भी एक महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है।

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