डॉ. के.ए. पॉल ने एयर इंडिया हादसे पर नागरिक उड्डयन मंत्री राम मोहन नायडू के इस्तीफे की मांग की

By Mansi Sharma | 14/06/2025 | Categories: होम
डॉ. के.ए. पॉल ने एयर इंडिया हादसे पर नागरिक उड्डयन मंत्री राम मोहन नायडू के इस्तीफे की मांग की

वैश्विक शांति नेता डॉ. के.ए. पॉल ने नागरिक उड्डयन में कुप्रबंधन और अंतरराष्ट्रीय प्रभावों के चलते राम मोहन नायडू के इस्तीफे की मांग की; साथ ही तीसरे विश्व युद्ध की आशंका को टालने के लिए इज़राइल-ईरान संघर्ष को शांत करने का भी आह्वान किया

नई दिल्ली, 14 जून 2025

प्रसिद्ध अंतरराष्ट्रीय शांति दूत और मानवतावादी कार्यकर्ता डॉ. के.ए. पॉल ने आज दिल्ली स्थित ए.पी. भवन में आयोजित एक आपातकालीन प्रेस कॉन्फ्रेंस में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से आग्रह किया कि वे नागरिक उड्डयन मंत्री राम मोहन नायडू से तुरंत इस्तीफा लें। यह मांग एयर इंडिया फ्लाइट 171 की भीषण दुर्घटना के मद्देनज़र की गई, जिसमें लगभग 300 यात्रियों की मौत हो गई थी।

डॉ. पॉल ने कहा कि 37 वर्षीय मंत्री के पास विमानन क्षेत्र का कोई व्यावसायिक अनुभव नहीं है, और ऐसे अहम मंत्रालय की जिम्मेदारी एक अनुभवहीन व्यक्ति को सौंपना राष्ट्रहित में नहीं है।

“मैं नागरिक उड्डयन मंत्री श्री राम मोहन नायडू के इस्तीफे की मांग करता हूं। उनके पास विमानन का कोई अनुभव नहीं है। यह क्षेत्र अत्यंत तकनीकी और संवेदनशील है — मैं स्वयं 1991 से निजी विमान का मालिक रहा हूं,” डॉ. पॉल ने कहा।

उन्होंने इस हादसे को भारत के लिए अंतरराष्ट्रीय शर्मिंदगी करार दिया, जिसमें 169 भारतीय, 53 ब्रिटिश, 7 पुर्तगाली, 1 कनाडाई नागरिक और कई चिकित्सा छात्र भी मारे गए।

“भारत की अंतरराष्ट्रीय छवि की रक्षा के लिए यह जरूरी है कि जिम्मेदार नेतृत्व से जवाबदेही तय की जाए,” उन्होंने कहा।

इज़राइल-ईरान संघर्ष पर भी जताई गहरी चिंता

डॉ. पॉल ने केवल घरेलू मामलों पर ही नहीं, बल्कि अंतरराष्ट्रीय मंच पर भी अपनी चिंता व्यक्त की। उन्होंने इज़राइल और ईरान के बीच बढ़ते सैन्य तनाव को लेकर तीसरे विश्व युद्ध की आशंका जताई और दोनों पक्षों से संयम बरतने की अपील की।

यह भी पढ़ें : विजय रूपाणी: म्यांमार से राजकोट तक, एक साधारण जीवन से गुजरात के मुख्यमंत्री बनने की प्रेरक यात्रा

“मैं प्रधानमंत्री नेतन्याहू से आग्रह करता हूं कि वे ईरान के परमाणु ठिकानों पर हमले बंद करें, और ईरानी नेतृत्व से निवेदन करता हूं कि वे जवाबी कार्रवाई से बचें। हमें युद्ध नहीं चाहिए — 56 युद्ध पहले ही हो चुके हैं, जिनमें करोड़ों जानें गई हैं और खरबों डॉलर की क्षति हुई है,” उन्होंने कहा।

डॉ. पॉल, जो अतीत में ईरान के राज्य अतिथि रह चुके हैं और वहां मानवीय सहायता पहुंचा चुके हैं, ने चेतावनी दी कि अगर यह संघर्ष और बढ़ा, तो इसके वैश्विक परिणाम गंभीर होंगे। उन्होंने कहा कि दोनों देशों के साथ अंतरराष्ट्रीय गठबंधन जुड़े हैं, जो स्थिति को और भी जटिल बना सकते हैं।

शांति और उत्तरदायित्व की अपील

प्रेस वार्ता का समापन डॉ. पॉल ने शांति, उत्तरदायित्व और वैश्विक सहयोग के संदेश के साथ किया, यह दोहराते हुए कि केवल दूरदर्शिता और निर्णायक नेतृत्व से ही ऐसे संकटों को टाला जा सकता है।

यह भी पढ़ें : विश्व रक्तदाता दिवस के उपलक्ष्य में विधिक कार्य विभाग द्वारा आयोजित रक्तदान शिविर में दिखा उत्साह









0 Comments

Leave a Comment

Your email address will not be published. Required fields are marked *