अहमदाबाद विमान हादसे पर अमिताभ बच्चन का भावुक संदेश: “यह सिर्फ हादसा नहीं, दुख का पहाड़ है”

AI-171 विमान दुर्घटना पर दुख जताते हुए महानायक अमिताभ बच्चन ने की पारदर्शी जांच की मांग, साझा किया निजी शोक और सिस्टम से जवाबदेही की अपील
नई दिल्ली, 15 जून 2025
एयर इंडिया की फ्लाइट AI-171 की भयावह दुर्घटना ने पूरे देश को गहरे शोक में डुबो दिया है। अहमदाबाद से लंदन जा रही इस उड़ान के क्रैश में 241 लोगों की मौत हो गई, जिनमें 230 यात्री और 11 क्रू मेंबर्स शामिल थे। इस राष्ट्रीय त्रासदी पर बॉलीवुड के महानायक अमिताभ बच्चन ने गहरी संवेदना व्यक्त की है।
“अपनों की उम्मीदों का जहाज था वह विमान” – अमिताभ बच्चन
13 जून को अमिताभ बच्चन ने अपने X (पूर्व ट्विटर) हैंडल पर हिंदी में एक भावुक पोस्ट साझा करते हुए लिखा:
“हे भगवान! अहमदाबाद में विमान हादसा सिर्फ खबर नहीं, यह दुख का पहाड़ है, जिसने कई घर उजाड़ दिए। वह विमान सिर्फ मशीन नहीं, अपनों की उम्मीदों का जहाज था।”
उन्होंने इस त्रासदी को “देश की सबसे दर्दनाक घटनाओं में से एक” बताते हुए सभी शोकसंतप्त परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त की।
एक दिन बाद, 14 जून को अपने ब्लॉग में अमिताभ ने एक और भावुक पोस्ट साझा की, जिसमें उन्होंने बताया कि उनके एक करीबी मित्र ने इस हादसे में अपने बेटे को खो दिया। हालांकि उन्होंने नाम का उल्लेख नहीं किया, लेकिन कयास लगाए जा रहे हैं कि वह करिश्मा कपूर के पूर्व पति और व्यवसायी संजय कपूर की मृत्यु की ओर इशारा कर रहे थे। बताया गया है कि उनकी मृत्यु इंग्लैंड में एक पोलो मैच के दौरान दिल का दौरा पड़ने से हुई थी।
अमिताभ ने लिखा, “यह नुकसान असहनीय है। वह युवा था, जीवन से भरा हुआ था और अचानक सब खत्म हो गया। हम केवल प्रार्थना कर सकते हैं कि ईश्वर उनके परिवार को इस दर्द से उबरने की शक्ति दे।”
उन्होंने भगवान हनुमान की एक तस्वीर साझा कर “जय श्री राम” भी लिखा।
ट्रोलिंग पर सख्त प्रतिक्रिया
जहां एक ओर बच्चन की संवेदनशील पोस्ट को लोगों का भरपूर समर्थन मिला, वहीं कुछ ट्रोल्स ने उनकी उम्र और भावुकता को लेकर उन्हें निशाने पर लिया। इस पर प्रतिक्रिया देते हुए बच्चन ने अपने ब्लॉग में लिखा:
“दुख को एकजुटता में बदलने की जरूरत है। पारदर्शी जांच से इस त्रासदी को न्याय मिलेगा। यह सिर्फ शोक नहीं, चेतावनी है कि हम सिस्टम की जवाबदेही सुनिश्चित करें।”
अमिताभ बच्चन की यह प्रतिक्रिया सिर्फ एक संवेदना नहीं, बल्कि एक सशक्त संदेश है — जो राष्ट्रीय पीड़ा के समय में न केवल भावनात्मक बल देती है, बल्कि व्यवस्था की जवाबदेही की भी मांग करती है। अहमदाबाद विमान हादसा केवल एक दुर्घटना नहीं, बल्कि सैकड़ों सपनों के अंत और एक सामूहिक पीड़ा का प्रतीक बन गया है।
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