
जबलपुर।
भारत के प्रधानमंत्री और बीजेपी के सबसे बड़े चेहरे नरेन्द्र मोदी 5 अक्टूबर को जबलपुर आ रहे हैं। पीएम मोदी पहले ऐसे पीएम हैं जिन्होने मध्यप्रदेश के सबसे ज्यादा दौरे किए हैं। अपने 10 साल के कार्यकाल में पीएम मोदी 34 बार एमपी आ चुके हैं और 5 अक्टूबर को 35वीं बार एमपी आ रहे हैं। पीएम मोदी जबलपुर की कैंट विधानसभा में स्थित सेना के गैरिसन ग्राउंड में एक विशाल आमसभा करेंगे। 5 अक्टूबर को ही गोंडवाना की महान शासिका वीरांगना दुर्गावती का 500वां जन्मदिवस भी है। ऐसे में पीएम मोदी जबलपुर की पश्चिम विधानसभा में स्थित मदन महल की पहाड़ियों पर 100 करोड़ रुपयों की लागत से बनने वाले रानी दुर्गावती स्मारक निर्माण का शिलान्यास करेंगे।
अधिकारियों की मानें तो पीएम मोदी जबलपुर की इस सभा मे महाकोशल को 12 हजार करोड़ रुपयों के विकासकार्यों की सौगात करने जा रहे हैं जिनका भूमिपूजन भी प्रधानमंत्री जबलपुर की इस सभा से वर्चुअली करेंगे। पीएम मोदी के दौरे को लेकर एसपीजी टीम शहर में आ गई है। एसपीजी के अधिकारियों ने शहर में एयरपोर्ट सहित कार्यक्रम स्थल पर सुरक्षा व्यवस्थाओं का जायजा लिया है। पीएम के दौरे के मद्देनज़र जबलपुर के एसपी तुषारकांत विद्यार्थी ने शहर को नो फ्लाई जोन घोषित करने का आदेश जारी किया है। चार अक्टूबर बुधवार सुबह 10 बजे से 5 अक्टूबर गुरुवार रात 11 बजे तक ड्रोन, पैराग्लाइडिंग, हॉट एयर बैलून सहित अन्य उड़ने वाले उपकरणों का उपयोग नहीं किया जा सकेगा।
माना जा रहा है कि पीएम मोदी के जबलपुर दौरे के बाद प्रदेश में चुनाव की आचार संहिता कभी भी लग सकती है ऐसे में पीएम मोदी के इस दौरे के सियासी मायने भी ज्यादा हैं। माना जा रहा है कि पीएम मोदी का निशाना, प्रदेश में आदिवासी वर्ग के लिए आरक्षित विधानसभा की 47 सीटों पर होगा जिनमें भाजपा 2018 के चुनाव में पिछड़ गई थी।
10 वर्षों में 35वां दौरा
पीएम मोदी देश के पहले पीएम हैं जो मध्यप्रदेश में पिछले 10 वर्षों में 35वीं बार आ रहे हैं। मोदी अब तक प्रदेश के 24 जिलों के दौरे कर चुके हैं। इस दौरान इंदौर, भोपाल, रीवा, शहडोल, उज्जैन, श्योपुर, खरगोन, रतलाम, होशंगाबाद, सीधी, जबलपुर, धार, विदिशा, छतरपुर, मंदसौर, झाबुआ, छिंदवाड़ा, राजगढ़, टेकनपुर, अमरकंटक, महू, सीहोर व खंडवा जिले में आ चुके हैं। जबकि उज्जैन, भोपाल, इंदौर, जबलपुर, रीवा, ग्वालियर में ज्यादा बार आए।
एक साल में 10वां दौरा
9 जनवरी: इंदौर में प्रवासी भारतीय कार्यक्रम में आए।
1 अप्रेल : भोपाल में वंदे भारत को हरी झंडी दिखाई।
25 अप्रेल : रीवा में पंचायती राज सम्मेलन में शामिल हुए।
27 जून : भोपाल में वंदे भारत को हरी झंडी दिखाई।
1 जुलाई : शहडोल में सिकल सेल उन्मूलन मिशन लॉन्च।
12 अगस्त : सागर में संत रविदास मंदिर की आधारशिला
14 सितंबर : बीना में पेट्रो केमिकल प्लांट की आधारशिला
25 सितंबर : भोपाल में कार्यकर्ता महाकुंभ में आए।
2 अक्टूबर : ग्वालियर में 1900 करोड़ के विकास कार्यों का शिलान्यास।
5 अक्टूबरः जबलपुर में कई विकास कार्यों का करेंगे भूमिपूजन।
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