“बीमारियों के बीच भी दिव्य आशीर्वाद: प्रेमानंद जी महाराज से मिलने पहुंचे एल्विश यादव, मिला ‘नाम जप’ का संदेश”

प्रेमानंद जी महाराज ने दी आध्यात्मिक सीख — “सफलता कर्मों का फल है, पर नाम जप ही देता है सच्चा सुख।”

बिग बॉस ओटीटी 2 के विजेता और चर्चित यूट्यूबर एल्विश यादव हाल ही में वृंदावन पहुँचे, जहां उन्होंने पुरोहित एवं आध्यात्मिक विद्वान प्रेमानंद जी महाराज से उनकी तबीयत जानने की मुलाकात की। इस मुलाकात का वीडियो भजन मार्ग ऑफिशियल नामक इंस्टाग्राम पेज द्वारा साझा किया गया, जो सोशल मीडिया पर तीव्र गति से वायरल हो रहा है। वीडियो में महाराज ने स्वास्थ्य, जीवन की अनिश्चितता और नाम जप (ईश्वर स्मरण) की महत्ता पर अपनी सहजता भरी विचारधारा साझा की।

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प्रेमानंद जी महाराज की वर्तमान स्वास्थ्य स्थिति


वीडियो में प्रेमानंद जी महाराज ने अपनी आज की स्वास्थ्य स्थिति के बारे में खुलकर बात की। उन्होंने बताया कि उनकी दोनों किडनियाँ फेल हो चुकी हैं। हालाँकि, भगवान की कृपा से वे अभी तक लोगों से मिल पाने और संवाद करने की शक्ति में हैं। उन्होंने कहा:
“अब अपने स्वास्थ्य के बारे में क्या कहूं? मेरी दोनों किडनियाँ फेल हो चुकी हैं। लेकिन भगवान की कृपा से मैं आप सब से मिल और बातें कर पा रहा हूँ। उनकी कृपा है, अब कुछ ठीक करने को बाकी नहीं है। आज नहीं तो कल, सबको जाना ही है।” इन शब्दों में जीवन की अस्थिरता, मृत्यु की अनिवार्यता और ईश्वर पर समर्पण की भावना स्पष्ट झलकती है।
पिछले कई महीनों से महाराज को स्वास्थ्य संबंधी जटिलताएँ थीं, जिनके चलते उन्होंने अपनी पदयात्रा को अस्थायी रूप से स्थगित कर दिया। इसके बावजूद, उनका संपर्क भक्तों एवं अनुयायियों से बना हुआ है और वे आशिर्वाद देते रहते हैं। इस वीडियो के वायरल होते ही देशभर से उनके शीघ्र स्वस्थ होने की कामना की जा रही है।
कुछ स्रोतों के अनुसार, महाराज को उच्च रक्तचाप, गुर्दे की कमज़ोर कार्यप्रणाली और थकान की शिकायतें हैं, जो उनकी दैनिक गतिविधियों को सीमित करती हैं। उन्हें नियमित चिकित्सकीय देखभाल के साथ-साथ दवाईयों और पोषण पर विशेष ध्यान देना पड़ रहा है।

प्रेमानंद जी महाराज ने एल्विश यादव को दिया गया आध्यात्मिक मार्गदर्शन मुलाकात के समय प्रेमानंद जी महाराज ने एल्विश यादव से पूछा कि क्या वे नियमित रूप से ईश्वर का नाम जप करते हैं। जब एल्विश ने यह स्वीकार किया कि वो अब तक नहीं करते थे, तो महाराज ने उन्हें प्रेमपूर्वक प्रेरित किया:
“तुम्हें करना चाहिए, चाहे थोड़ा ही सही। आज तुम सफल हो — ये तुम्हारे पिछले जन्म या अच्छे कर्मों का फल है। लेकिन आज इस जीवन में तुम क्या कर रहे हो? भगवान का नाम लो — इसमें तुम्हारा क्या जाएगा? एक काउंटर रिंग पहन लो और रोज़ 10,000 razy नाम जपो। करोगे?”
एल्विश ने तत्परता दिखाते हुए सहमति जताई और कहा कि वे रोज ‘राधा’ नाम का जप दस हज़ार बार करेंगे।
महाराज ने आगे समझाया कि प्रसिद्ध व्यक्तियों के हर कर्म का व्यापक प्रभाव होता है:
“अगर तुम शराब पीते हो, तो लोग तुम्हारा अनुसरण करेंगे। और अगर तुम भगवान का नाम जपोगे, तो लोग वह भी अपनाएँगे।”
उनका यह उपदेश सिर्फ़ एल्विश के लिए नहीं, बल्कि हर सार्वजनिक व्यक्ति व अनुयायी के लिए एक प्रेरणा है — कि प्रसिद्धि के साथ जिम्मेदारी भी आती है।

कानूनी विवादों से संघर्ष एल्विश यादव की यह आध्यात्मिक यात्रा उनके जीवन के एक चुनौतीपूर्ण और विवादों भरे दौर के बाद आई है। वर्ष 2023 में उन्हें एक रेव पार्टी मामले में नामजद किया गया था, जहाँ आरोप थे कि सांप के जहर और अन्य अवैध पदार्थों की आपूर्ति एवं सेवन किया गया। 17 मार्च 2023 को उन्हें गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश किया गया था। कुछ दिनों बाद उन्हें जमानत मिली। उस समय यह मामला बड़े पैमाने पर मीडिया में रहा और जनता की नज़रें उन पर बनी रहीं। उस कठिन दौर से निकलने के बाद, एल्विश अब अपनी छवि सुधारने और सकारात्मक दिशा में आगे बढ़ने का प्रयास कर रहे हैं।

डिजिटल स्टार की कहानी

गुरुग्राम निवासी एल्विश यादव ने अप्रैल 2016 में यूट्यूब पर अपना करियर शुरू किया। उनकी सहज शैली, हास्य और व्यक्तिगत अनुभवों पर आधारित कंटेंट ने उन्हें जल्दी ही लोकप्रियता दिलाई। आज उनके यूट्यूब चैनल पर 15.7 मिलियन से अधिक सब्सक्राइबर्स हैं, और इंस्टाग्राम पर 18.3 मिलियन से अधिक फॉलोअर्स।
2023 में उन्होंने इतिहास रचा जब वे बिग बॉस ओटीटी 2 के पहले वाइल्ड कार्ड कंटेस्टेंट बनकर विजेता बने। इस उपलब्धि ने उन्हें और व्यापक लोकप्रियता दी। वर्तमान में वे Laughter Chefs – Unlimited Entertainment 2 नामक टीवी शो में भी दिख रहे हैं।

एक आध्यात्मिक मोड़ और नई दिशा


प्रेमानंद जी महाराज से यह मुलाकात एल्विश यादव के जीवन में एक आध्यात्मिक मोड़ हो सकती है। प्रसिद्धि, विवाद और मीडिया की दुनिया से दूर, इस मुलाकात ने उन्हें आत्मचिंतन की ओर प्रेरित किया। महाराज के शब्दों ने न केवल उन्हें, बल्कि उनके करोड़ों प्रशंसकों को यह संदेश दिया है — “सफलता क्षणिक है, पर भक्ति, नाम जप और अच्छे कर्म स्थायी हैं”। प्रेमानंद जी महाराज की सरल वाणी, दृढ़ आस्था और उनकी चुनौतियों के बावजूद जीवन प्रेम आज भी लोगों को प्रेरित करती है। उनकी यह सीख — “आज का नाम जप, कल सुकून है” — उन सभी के लिए प्रेरणा है, जो जीवन में स्थिरता, शांति और अर्थ की खोज में हैं।

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