राहुल गांधी से मिला AIOBCSA का प्रतिनिधिमंडल, ओबीसी आरक्षण को लेकर रखी अहम मांगे

राहुल गांधी ने सिद्धारमैया को लिखा पत्र, कर्नाटक में रोहित वेमुला एक्ट लागू करने की मांग
AIOBCSA ने ओबीसी आरक्षण उल्लंघन, कांग्रेस शासित राज्यों में बढ़ोतरी और केंद्रीय संस्थानों में प्रतिनिधित्व की मांग उठाई
नई दिल्ली, 18 अप्रैल 2025|
आज ऑल इंडिया ओबीसी स्टूडेंट्स एसोसिएशन (AIOBCSA) के एक प्रतिनिधिमंडल ने संसद भवन में लोकसभा में विपक्ष के नेता श्री राहुल गांधी से मुलाकात की। इस दौरान प्रतिनिधिमंडल ने ओबीसी वर्ग से जुड़ी कई अहम मांगें उनके सामने रखीं।
प्रतिनिधियों ने राहुल गांधी से अनुरोध किया कि वे संसद में यह मुद्दा उठाएं कि केंद्र सरकार के मंत्रालयों और सार्वजनिक उपक्रमों में ‘यंग प्रोफेशनल्स’ की भर्ती में ओबीसी आरक्षण के नियमों का खुलेआम उल्लंघन हो रहा है। यह न केवल संविधान के खिलाफ है, बल्कि सामाजिक न्याय की भावना को भी कमजोर करता है।
इसके साथ ही, प्रतिनिधिमंडल ने कांग्रेस शासित राज्यों, खासतौर पर तेलंगाना और कर्नाटक में ओबीसी आरक्षण को और मजबूत करने की भी मांग की।
राहुल गांधी ने इस मुलाकात के बाद अपने ट्वीट में लिखा, “यह बहुत ही अफसोस की बात है कि दशकों बाद भी लाखों छात्र हमारी शिक्षा व्यवस्था में जातिगत भेदभाव का सामना कर रहे हैं। अब इस अन्याय पर पूरी तरह से रोक लगाने का वक्त है।”
उन्होंने लिखा, “बाबासाहेब अंबेडकर ने दिखाया था कि शिक्षा ही वह साधन है जिससे वंचित भी सशक्त बनकर जातिभेद को तोड़ सकते हैं, लेकिन आज भी लाखों छात्र हमारी शिक्षा व्यवस्था में जातिगत भेदभाव का सामना कर रहे हैं। मैंने सिद्धारमैया जी को पत्र लिखकर आग्रह किया है कि कर्नाटक में रोहित वेमुला एक्ट लागू किया जाए। भारत के किसी भी बच्चे को वो जातिवाद नहीं झेलना चाहिए, जिसे बाबासाहेब अंबेडकर, रोहित वेमुला और करोड़ों लोगों ने सहा है।”

एडवोकेट पंकज कुशवाहा, राष्ट्रीय संयोजक, AIOBCSA ने कहा, “हम राहुल गांधी जी से आग्रह करते हैं कि कांग्रेस शासित राज्यों में ओबीसी का उचित प्रतिनिधित्व बढ़ाया जाए, हम जातिवाद आधारित भेदभाव के खिलाफ प्रभावी रूप से लड़ेंगे और ओबीसी छात्रों को न्याय दिलाएंगे। उनका समर्थन हमें आशा देता है कि हम मिलकर जातिवाद की दीवारों को तोड़ सकते हैं और सभी के लिए एक समान समाज बना सकते हैं।”
प्रतिनिधियों ने यह भी कहा कि IIT, IIM, केंद्रीय विश्वविद्यालयों और अन्य केंद्रीय शैक्षणिक संस्थानों में ओबीसी वर्ग को सहायक प्रोफेसर, सहयोगी प्रोफेसर और प्रोफेसर जैसे पदों पर पर्याप्त प्रतिनिधित्व मिलना चाहिए।
इस प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व AIOBCSA के राष्ट्रीय संयोजक एडवोकेट पंकज कुशवाहा ने किया। उनके साथ राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री किरेन गौड़, राष्ट्रीय महासचिव रितु चौरसिया, राष्ट्रीय उपाध्यक्ष पुप राज यादव, एवं विभिन्न विश्वविद्यालयों के वरिष्ठ प्रोफेसर और छात्र प्रतिनिधि उपस्थित रहे।
AIOBCSA ओबीसी छात्रों के हक और सामाजिक न्याय के लिए लगातार काम कर रहा है, और राहुल गांधी से हुई और यह मुलाकात इसी दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
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