पर्दे का चैंडलर, असल जिंदगी का संघर्ष: मैथ्यू पेरी की मौत का कड़वा सच
24 अगस्त 2024 नई दिल्ली
मैथ्यू पेरी की ‘फ्रेंड्स’ सीरीज लोगों की पसंदीदा रही है। इस सीरीज को लगभग 30 साल हो चुके हैं और इसके 10 सीजन आ चुके हैं। यह सीरीज 1994 में शुरू हुई थी और 2004 तक चली थी। ‘फ्रेंड्स’ के किरदारों में से एक मैथ्यू पेरी, जिन्होंने चैंडलर बिंग का मजाकिया किरदार निभाया था, काफी प्रसिद्ध हुए। हालाँकि, पिछले साल 28 अक्टूबर को मैथ्यू की मौत उनके लॉस एंजिल्स वाले घर में हो गई थी। अब कई महीनों के बाद इस केस में एक बड़ा अपडेट सामने आया है।
जब मैथ्यू की मौत की खबर आई थी, तब बताया गया था कि वह नहाते वक्त टब में डूब गए थे, क्योंकि उनकी बॉडी हॉट टब में मिली थी। लेकिन पुलिस की पोस्टमार्टम रिपोर्ट में पाया गया कि उनकी मौत डूबने से नहीं, बल्कि ड्रग्स के ओवरडोज़ से हुई थी। 54 साल की उम्र में दुनिया को अलविदा कह चुके मैथ्यू की मौत की खबर ने उनके प्रशंसकों को झकझोर कर रख दिया था। अक्सर लोग एक्टर और एक्ट्रेस के पर्दे पर निभाए गए किरदारों को उनकी असल जिंदगी से जोड़ देते हैं। जैसे कि कई लोगों को लगता था कि मैथ्यू अपनी असल जिंदगी में भी चैंडलर की तरह मजाकिया और बेफिक्र थे, लेकिन ऐसा नहीं था।
मैथ्यू की मौत से पहले उनके आखिरी शब्द ‘शूट मी अप विद ए बिग वन’ थे। वह लंबे समय से नशे की लत से जूझ रहे थे, और इस लत का फायदा उनके पर्सनल असिस्टेंट और कुछ अन्य लोगों ने उठाया। फॉक्स न्यूज के मुताबिक, मैथ्यू के पर्सनल असिस्टेंट केनेथ इवामासा ने कुछ समय पहले उनकी मुलाकात डॉक्टर साल्वाडोर प्लासेंसिया से कराई थी। डॉ. प्लासेंसिया ने डॉ. मार्क चावेज (जो पहले केटामाइन ड्रग्स की क्लिनिक चलाते थे) के साथ मिलकर मैथ्यू को ड्रग्स सप्लाई करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
प्लासेंसिया ने इवामासा को ड्रग इंजेक्ट करना सिखाया और यहीं से मैथ्यू की जिंदगी पूरी तरह से बदल गई। मैथ्यू की मौत की जांच में यह सामने आया कि दोनों डॉक्टर अपने फायदे के लिए मैथ्यू का इस्तेमाल कर रहे थे। एक मैसेज में प्लासेंसिया ने मॉर्क से कहा, “मुझे समझ नहीं आ रहा कि यह बेवकूफ कितना पे करेगा, चलो पता करते हैं।” प्लासेंसिया ने केवल दो महीनों में मैथ्यू को केटामाइन की 20 शीशियां दी थीं।
ड्रग्स की वजह से पहले भी मैथ्यू की हालत बिगड़ चुकी थी। प्लासेंसिया उन्हें बड़ी खुराकें देता आ रहा था, जिसकी वजह से एक दिन उनका ब्लड प्रेशर इतना बढ़ गया कि वह बोल या हिल भी नहीं पा रहे थे। इस खतरनाक स्थिति के बावजूद मैथ्यू ने ड्रग्स लेना बंद नहीं किया। जिस दिन उनकी मौत हुई, उस दिन के बारे में इवामासा ने बताया कि दोपहर करीब 12:45 पर जब मैथ्यू टीवी देख रहे थे, तो उन्होंने इंजेक्शन लगाने को कहा। फॉक्स न्यूज के अनुसार, उस वक्त मैथ्यू ने इवामासा से एक बड़ा डोज़ देने को कहा था। इसके 40 मिनट बाद ही मैथ्यू ने दोबारा इंजेक्शन लगाने को कहा। मैथ्यू ने हॉट टब तैयार करने के बाद थोड़ी देर में एक और इंजेक्शन के लिए कहा, जो उनकी जिंदगी का अंतिम इंजेक्शन साबित हुआ। मरने से पांच दिन पहले तक उन्होंने 27 डोज़ लिया था।
तीसरा इंजेक्शन देने के बाद इवामासा कुछ काम से बाहर चला गया और जब वापस आया तो उसने मैथ्यू को टब में मृत पाया। मैथ्यू की लत इतनी ज्यादा बढ़ गई थी कि उनकी हालत बेकाबू हो गई थी। इस ओवरडोज़ के सिलसिले में दो डॉक्टरों के साथ 5 लोगों को गिरफ्तार किया गया है, जिसमें जसवीन संघा भी शामिल हैं, जो “केटामाइन क्वीन” के नाम से जानी जाती हैं।
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