मध्यप्रदेश, 29 सितंबर 2023
मध्यप्रदेश के विधानसभा चुनाव-2023 के आगामी महत्वपूर्ण मुद्दे में से एक मतदाता सूची के सत्यापन का है। पुनरीक्षण के बाद, घर-घर जाकर बीएलओ (बूथ लेवल ऑफिसर) और बीएलए (बूथ लेवल एजेंट) सत्यापन कर रहे अधिकारियों के द्वारा गुरूवार तक 3092 मतदाताओं की मृत्यु की जानकारी हासिल की गई है। इस चुनौती के साथ ही, अब तक 800 से अधिक रिपीट वोटरों की भी रिपोर्टें आ गई हैं।
मतदाता पुनरीक्षण की प्रक्रिया को मैदानी स्तर से लेकर अधिकारियों की निगरानी में किया जा रहा है, लेकिन फिर भी त्रुटियां सामने आ रही हैं, जो इस प्रक्रिया की सावधानी का परिणाम हो सकती हैं। निर्वाचन आयोग खासतर से मतदान प्रतिशत के मामले में चिंतित है और साथ ही डेड-रिपीटेड वोटरों को लेकर खास फोकस करने के निर्देश दिए हैं।
इसके साथ ही, 1 अक्टूबर को जिला प्रशासन ने एक अद्वितीय कदरभरा निर्वाचकों का सम्मान करने की भी योजना बनाई है, जिनमें 80 साल से अधिक उम्र के मतदाता शामिल होंगे। इन मतदाताओं का सम्मान करने से उनके लंबे और सवार्थी जीवन का सादगी किया जा रहा है।
आने वाले मतदान में चुनौती: अब विधानसभा चुनाव की तारीखों का आलंब निर्वाचन आयोग द्वारा निर्धारित किया जाएगा, जिससे इस सत्यापन प्रक्रिया का महत्वपूर्ण योगदान होगा। इस प्रक्रिया में हो रही त्रुटियां और सत्यापन के मामले में विवाद आने के बावजूद, चुनाव आयोग का मिशन है एक निष्पक्ष और सुंदर चुनाव सुनिश्चित करना।
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