डिलीवरी ब्वॉय और ऑनलाइन प्लेटफॉर्म कर्मचारियों के हितों की रक्षा करेगी सरकार
12 दिसंबर 2024 , नई दिल्ली
अमेज़न और फ्लिपकार्ट जैसी ई-कॉमर्स कंपनियों के लिए काम करने वाले डिलीवरी ब्वॉय और अन्य गिग वर्कर्स के लिए अच्छी खबर है। केंद्र सरकार इन अस्थायी और काम के आधार पर वेतन पाने वाले कर्मचारियों को सामाजिक सुरक्षा देने की योजना बना रही है। सरकार का उद्देश्य है कि इन श्रमिकों को सामाजिक सुरक्षा प्रदान कर उनके और उनके परिवारों के भविष्य को सुरक्षित बनाया जाए।
गिग वर्कर्स को मिलेगा सुरक्षा कवच
केंद्रीय श्रम और रोजगार मंत्रालय गिग वर्कर्स और ऑनलाइन प्लेटफॉर्म्स के कर्मचारियों के लिए सामाजिक सुरक्षा योजनाओं पर काम कर रहा है। मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि ऐसे कर्मचारियों को पेंशन, स्वास्थ्य बीमा और अन्य लाभ देने के लिए एक योजना तैयार की जा रही है। केंद्रीय श्रम सचिव सुमिता डावरा ने कहा कि श्रम संहिता में इन श्रमिकों के लिए सामाजिक सुरक्षा का ढांचा तैयार किया गया है।
नियमित कर्मचारियों जैसे अधिकार
सुमिता डावरा ने कहा कि इन अस्थायी कर्मचारियों के लिए परंपरागत नियोक्ता-कर्मचारी संबंध परिभाषित नहीं है, लेकिन उन्हें भी नियमित कर्मचारियों की तरह लाभ दिए जाने की आवश्यकता है। इससे न केवल इन श्रमिकों की उत्पादकता बढ़ेगी, बल्कि वे देश की अर्थव्यवस्था और ई-कॉमर्स उद्योग को अधिक मजबूती से समर्थन दे सकेंगे।
केंद्रीय मंत्री का बयान
केंद्रीय श्रम मंत्री मनसुख मांडविया ने भी हाल ही में कहा था कि अस्थायी और ऑनलाइन प्लेटफॉर्म के लिए काम करने वाले श्रमिकों को सामाजिक सुरक्षा लाभ देने की दिशा में काम हो रहा है। इसके तहत गिग वर्कर्स को रिटायरमेंट के बाद पेंशन और परिवार के लिए स्वास्थ्य बीमा जैसी सुविधाएं दी जाएंगी।
लाखों लोगों को होगा फायदा
नीति आयोग के अनुसार, वर्तमान में देश में लगभग 65 लाख गिग वर्कर्स हैं। आने वाले समय में इनकी संख्या बढ़कर दो करोड़ तक पहुंचने की संभावना है। सरकार की योजना है कि इन श्रमिकों के लिए एक व्यापक नीति बनाई जाए, जो उनके हितों की रक्षा कर सके और उन्हें सामाजिक सुरक्षा का लाभ दे सके।
यह कदम ई-कॉमर्स और गिग वर्क के बढ़ते महत्व को देखते हुए श्रमिकों के लिए एक नई दिशा और सुरक्षा प्रदान करेगा।
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